चन्द मुक्तक
युवा
आज का युवा दिशाहीन, दिग्भ्रमित, त्रिशंकु की तरह. लटका हुआ ।
शिक्षक
आज का शिक्षक जैसे साँपों के बीच तक्षक ।
नेता
आज का नेता जिसकी अभिनय क्षमता पर पानी भरते दिग्गज अभिनेता ।
नारी
आज की नारी फैशन की होड़ की मारी ।
अधिकारी
आज का अधिकारी जिसके दौरे होते लाखों में
तो करोड़ों की होती बीमारी ।
बालक
आज का बालक जिससे डरते उसके पालक ।