चक्रव्यूह रचना
एक को दस से-लड़ाया गया है!
वह हारा नहीं,-हराया गया है!!
अभिमन्यु को-फांसने के लिए
फिर चक्रव्यूह-रचाया गया है!!
ताकि उसे कोई -मदद न मिले
पांडवों को-उलझाया गया है!!
द्रोण-शकुनि की मिली भगत से
इतिहास को दोहराया गया है!!
Shekhar Chandra Mitra
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