Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2023 · 1 min read

चंद्रयान 3

पहुंचा चांद के दक्षिण ध्रुव,
भारत का अपना यान,
सम्पूर्ण विश्व कर रहा गुणगान,
कि आज चांद पर, जय हिन्दुस्तान।।
विक्रम साराभाई के सपनें
को कर पूरा अपनी मेहनत
आज धरा दिग्गज ने पहुंचाया यान
कि आज चांद पर,जय हिन्दुस्तान।।
हिंद विश्व गुरु सब देशों का
ढूंढ लेता मुश्किलों का समाधान
कठिन तपस्या से छोड़ा जब विमान
कि आज चांद पर जय हिन्दुस्तान।।
चंद्रयान तीन,बाधाओं कर पार
चंद्रयान दो की भूले कर सुधार
राष्ट चिह्न भारत का छाप चुका निशान
कि आज चांद पर जय हिन्दुस्तान ।।
अखिल विश्व सदियों तक
गाऐगा ये अपना गौरव गान
भारत देश गौरव महान
कि आज चांद पर जय हिन्दुस्तान ।।
विक्रम लैंडर की सुरक्षित कीर्तिमान
जान चुका सकल जहान
संतों विद्वानों भरत का ये भारत धाम
कि आज चांद पर जय हिन्दुस्तान ।।
एक दूसरे को देकर बधाई
हर भारतीय कर रहे हैं ऐलान
सारे जहां से अच्छा हमारा हिन्दुस्तान
नमन उन वैज्ञानिकों का है सम्मान
आज चंद्र के आंगन में ही सबका ध्यान
कि आज चांद पर,जय हिन्दुस्तान।।

-सीमा गुप्ता, अलवर राजस्थान

Language: Hindi
919 Views

You may also like these posts

"चाहत
Dr. Kishan tandon kranti
"उल्फ़त के लिबासों में, जो है वो अदावत है।
*प्रणय*
दोहा
दोहा
seema sharma
अकेले तय होंगी मंजिले, मुसीबत में सब साथ छोड़ जाते हैं।
अकेले तय होंगी मंजिले, मुसीबत में सब साथ छोड़ जाते हैं।
पूर्वार्थ
पूर्ण शरद का चंद्रमा,  देख रहे सब लोग
पूर्ण शरद का चंद्रमा, देख रहे सब लोग
Dr Archana Gupta
4003.💐 *पूर्णिका* 💐
4003.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
SPK Sachin Lodhi
विश्वास🙏
विश्वास🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
पंकज कुमार कर्ण
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
पितर पक्ष
पितर पक्ष
Ranjeet kumar patre
Below the earth
Below the earth
Shweta Soni
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
हंसी / मुसाफिर बैठा
हंसी / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
shabina. Naaz
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
डॉ. दीपक बवेजा
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक ग़ज़ल :-रूबरू खुद से हो जाए
एक ग़ज़ल :-रूबरू खुद से हो जाए
मनोज कर्ण
बात अच्छी है बस अमीरी की,
बात अच्छी है बस अमीरी की,
Dr fauzia Naseem shad
पाक-चाहत
पाक-चाहत
Shyam Sundar Subramanian
दोहा चौका. . . . रिश्ते
दोहा चौका. . . . रिश्ते
sushil sarna
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
दो अक्टूबर का दिन
दो अक्टूबर का दिन
डॉ. शिव लहरी
तेरा ज़िक्र
तेरा ज़िक्र
Sakhi
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
VINOD CHAUHAN
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
ruby kumari
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
Shreedhar
विषय-किस्मत की कृपा।
विषय-किस्मत की कृपा।
Priya princess panwar
Loading...