चंदा मामा
चंदा मामा सब बच्चो को भाता है
तारों की बारात साथ वो लाता है
घटता बढ़ता अपने रंग दिखाता है
कभी बादलों के पीछे छिप जाता है
श्वेत चाँदनी से जग को नहलाता है
चंदा मामा सब बच्चो को भाता है
इसे देख कर दुनिया आहें भरती है
सुंदर मुखड़ा चाँद सलोना कहती है
सुंदरता का ताज पहन इतराता है
चंदा मामा सब बच्चो को भाता है
कोई कहता बुढ़िया इसमें रहती है
दुनिया ही ये दाग बताया करती है
देता कान न बस नभ में मुस्काता है
चंदा मामा सब बच्चो को भाता है
डॉ अर्चना गुप्ता
3-12-2017