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1 Jun 2018 · 1 min read

चंदा घूरे हैं मुझे,

चंदा घूरे हैं मुझे,……. लगा टकटकी आज !
रात चाँदनी मे सखी, किस विध देखूँ ताज !!

रात चाँदनी चाँद की ,कालिंदी कर शोर !
देख नजारा ताज का,मन में उठे हिलोर !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 271 Views
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