चंदा कहे चकोर से
चंदा कहे चकोर से,करो न खुद को तंग
बिछी हुई है चाँदनी,आओ खेले रंग
आओ खेले रंग, प्यार के नगमें गायें
धरा गगन के बीच, दूरियाँ चलो घटायें
हर मावस की रात, लगाता है तम फंदा
होता है मजबूर, बहुत तब तेरा चंदा
01-03-2018
डॉ अर्चना गुप्ता