घूमें कभी मन में घने
घूमें कभी मन में घने क्षण क्षण यही विचार
किस किस पर कविता लिखें किसे छोड़ दें यार
किसे छोड़ दें यार व्यंग्य मोदी पर मारें
या फिर पाकिस्तान चीन को ही ललकारें
गीत ग़ज़ल लिख अधर सुधा रस साने चूमें
किस को नीचा दिखा देश भर में हम घूमें।