घुंघट ओढ़ा हमने लाज़ बचाने के लिए
घुंघट ओढ़ा हमने लाज़ बचाने के लिए
कौन बोला था, ज़िन्दा जलानें के लिए
वो भी था, किसी ‘माँ’ का ‘राजा’ बेटा
बहुत दुआएं मांगी थी उसे दुनिया में लाने के लिए
– केशव
घुंघट ओढ़ा हमने लाज़ बचाने के लिए
कौन बोला था, ज़िन्दा जलानें के लिए
वो भी था, किसी ‘माँ’ का ‘राजा’ बेटा
बहुत दुआएं मांगी थी उसे दुनिया में लाने के लिए
– केशव