“घर में ही रहो, सबसे बड़ी देशभक्ति है” ।
घर मे ही रहो, ये सबसे बड़ी देशभक्ति है ।
गर न समझे इसे तो,
शासन से झेलना पड़ेगा सख्ती भी है ।
मजाक न समझो इसे,
कोरोना अभी सबसे बड़ी महाशक्ति है ।
घर मे ही रहो, सबसे बड़ी देशभक्ति है ।।
माना कि घर मे कैद रहना,
बुरा हमे लगता है ।
पर इससे भी भयानक,
कोरोना का कहर लगता है ।।
स्वीकारो भाई स्वयं लॉकडाउन,
इससे न कोई तरीका सस्ता है ।
वर्ना तुम्हारी थोड़ी सी लापरवाही,
अपनो के लिए बड़ा मुसीबत बन सकता है ।
लापरवाही की जिंदा मिशाल तो देखो,
शक्तिशाली देश भी रो रहे है ।
समय का भी कैसा फेर है देखो,
शरीफ लोग भी अल्कोहल से
बार बार हाथ धो रहे है ।
गंभीरता अपने अंदर लाओ,
लॉकडाउन का पालन करो ।
शासन का सहयोग करो ।
इस कोरोना जैसी महामारी का ।
आओ हम सब मिलकर विघ्न हरो ।।
गोविन्द उईके