Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2023 · 1 min read

घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ

घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी और यदि हम नारायण बनकर रहेंगे तो पत्नी लक्ष्मी बनके रहेगी ll
… ✍️रंजीत कुमार पात्रे l

1 Like · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मत करना तू मुझ पर भरोसा
मत करना तू मुझ पर भरोसा
gurudeenverma198
पिता
पिता
Raju Gajbhiye
सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
Neeraj Agarwal
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
Atul "Krishn"
खालीपन - क्या करूँ ?
खालीपन - क्या करूँ ?
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
Manisha Manjari
सफाई कामगारों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई कविता 'आखिर कब तक'
सफाई कामगारों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई कविता 'आखिर कब तक'
Dr. Narendra Valmiki
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
सत्य कुमार प्रेमी
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
डॉक्टर रागिनी
राम तुम भी आओ न
राम तुम भी आओ न
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
सावन गीत
सावन गीत
Pankaj Bindas
■ लिख दिया है ताकि सनद रहे और वक़्त-ए-ज़रूरत काम आए।
■ लिख दिया है ताकि सनद रहे और वक़्त-ए-ज़रूरत काम आए।
*प्रणय*
प्रेम एक ऐसा मार्मिक स्पर्श है,
प्रेम एक ऐसा मार्मिक स्पर्श है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2747. *पूर्णिका*
2747. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेमेल शादी!
बेमेल शादी!
कविता झा ‘गीत’
जल प्रवाह सा बहता जाऊँ।
जल प्रवाह सा बहता जाऊँ।
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
शेखर सिंह
**पर्यावरण दिवस **
**पर्यावरण दिवस **
Dr Mukesh 'Aseemit'
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
तुम नहीं हो
तुम नहीं हो
पूर्वार्थ
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं 🎉 🎉 🎉
स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं 🎉 🎉 🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुरा वक्त आज नहीं तो कल कट जाएगा
बुरा वक्त आज नहीं तो कल कट जाएगा
Ranjeet kumar patre
दोहे _ उलझे उलझे ।
दोहे _ उलझे उलझे ।
Neelofar Khan
आडम्बर के दौर में,
आडम्बर के दौर में,
sushil sarna
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
Subhash Singhai
"कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
यादों की तुरपाई कर दें
यादों की तुरपाई कर दें
Shweta Soni
Loading...