घर टूट रहा है …
घर के भीतर यदि परिवार जन परस्पर ,लड़े ,उलझे तो परिवार टूट जाता है घर बिखर जाता है .उसी तरह यदि देश के भीतर देशवासी ,धर्म,जाति ,सम्प्रदाय आदि के नाम से लड़े ,एक दुसरे को मारे ,खून खराबा करें तो देश कमज़ोर हो जाता है. टूट जाता है ,बिखर जाता है. यह बात कुछ मुर्ख लोग नहीं समझते ,,गर समझते तो जाति और मजहब के नाम पर आपस में ना लड़ते .और ना ही पुरे देश में अशांति और डर का वातावरण होता.