घर का भेदी
1- भाई का हक़
छीनकर बनाया
घर का भेदी।
2 – आँख का पानी
आँख से बहकर
दिल की कहे।
3- तपती धूप
सिर पे मुसीबत
भागते साये।
4- यदि सपने
होते वादे, खुद से
टूटते नहीं।
5- स्वप्न होते
खुद से किये वादे
सोने न देते।
6- आपसी प्यार
सुखमय संसार
धन अपार।