घर आना दोस्तो
मेरे घर भी आप आना दोस्तो।
जो ठिकाना है पुराना दोस्तो।
हो गए हमको मिले कितने बरस।
मिलने का ढूंढो बहाना दोस्तो।
जन्म दिन मेरा तुम्हारे बिन कहाँ,
तुमसे ही मेरा जमाना दोस्तो।
रोज़ खुशियां पूछती तेरा पता।
दिल सिवा क्या मैं बताता दोस्तो।
आज तन्हा मैं यहां बैठा हूं क्यों?
गलतियां मेरी बताना दोस्तो।
दाद देगा कौन मुझको तुम कहो।
फालतू लिखता तराना दोस्तो।
**कलम घिसाई**