घमंड
किस घमंड में चूर हो तुम,
इतने क्यों दूर हो तुम ,
घमंड तो हम मै भी है,
बस तुम शोर मचाते हो,
और हम होश में आते हैं,
जो काम तुम करते हो ना,
वो काम हम करके छोड़ देते हैं,
जो हो वो खुद के लिए हो ,
तुम्हें ज़रूरत होगी भीड की,
हम अकेले ही काफी हैं,
तुम अगर शेर हो ,
तो हम उसके भी बाप हैं,
क्योंकि जिस पर तुम इतना उड़ रहे हो ना,
उस पर उड़ना कबका छोड़ दिया है,
अब तो मैंने अपना रास्ता ही मोड़ दिया है,
अपना घमंड अपनी जेब में रखो,
तुम उड़ते होगे दूसरे के नाम पर,
मैं उड़ती हूँ खुद की उड़ान पर,
लेकिन घमंड सिर्फ वही दिखाते हैं,
जो नये नये सीख कर आते हैं,
इतना क्यों जलन की भावना में भीग कर आए हैं,
बात बस इतनी है ,
तुम्हारी कोई बात नहीं है,
प्यार से बात करोगे तो प्यार ही पाओगे,
लेकिन अकड़ के बात करोगे तो खुद को मेरी ब्लैक लिस्ट में नज़र आओगे,
मेरा तुम कुछ नहीं बिगाड़ सकते ,
क्योंकि मेरी किस्मत ही उसने लिखी है,
जिसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता,
नफरतो के शहर में चालाकियों के डेरे है,
यहाँ वो लोग रहते है,
जो तेरे मुँह पर तेरे है और मेरे मुँह पर मेरे है|