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16 Jan 2021 · 1 min read

घमंडी पत्नी

पति को हाथ लगाने ना दे,
दुसरों से गप लड़ाये ।
ऐसी पत्नी अपने पति को,
जीते जी मुआये ।।

पति चुपचाप देखता है,
मुख से भी, कुछ नहीं कहता है ।
मार-पीट करना छोड़ दिया वो,
मजबूरन सारे बंधन तोड़ दिया वो ।।

पति सोचा वो सुधर जाएगी,
लगा उसे, एकदिन वो खुद मेरे पास आयेगी ।
राह तकते दिन बीत गया,
इसी में उस पत्नी को,
अब इससे प्रीत भी छुट गया ।।

ऐसे में पति किसी और को घर ले आये,
या किसी और के साथ रात बिताये,
तो राक्षस कहलाये ।
पत्नी तो सती – सावित्री बनी रहेगी,
जबतक खुद पति या कोई और उसपे,
उँगली ना उठाये ।।

कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 21/05/2019
समय – 11:21 (रात्रि)
संपर्क – 9065388391

Language: Hindi
609 Views
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