घनाक्षरी छंद
घनाक्षरी छंद
भाषा मेरी हिंदी और यही प्यारी लगे मुझे ।
आप भी तो जीवन में इसे अपनाइए ।।
मधुर मधुर शब्द इसके सुहाने लगे।
गाने और तराने हिंदी में गुनगुनाइए ।।
भाषा यह सब की ही जिह्वा पर आ जाए।
जयकारा बार-बार इसका लगाईए ।।
गा रहा हूं मैं इसे तो आप भी तो गाकर के ।
हिंदी हिंदुस्तानियों का मान तो बढ़ाइए।।
🙏आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🙏
राजेश व्यास अनुनय