घनाक्षरी छंद (आठवाँ चिरजीवी)
आठवाँ चिरजीवी
घनाक्षरी छंद
पंडित जी ने बताया, सात है अमर लोग,
साधना से जीत लिया, मौत का समर है ।
अश्वत्थामा हनुमान कृपाचार्य विभीषण,
इनको कभी भी नहीं, मरने का डर है ।
राजा बलि, व्यास कवि, मुनि श्री परशुराम,
चिरजीवी इनको न तन की फिकर है ।
हम बोले यह सात अमर हैं तो क्या हुआ,
इनके समान भ्रष्टाचार भी अमर है।
गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश
30/4/23