Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2022 · 1 min read

घड़ी ⏲️घड़ी ⏲️

घड़ी ⏲️घड़ी ⏲️
बतलाती है ये वक्त
धातुओं से बनी है सख्त

हर जगह होती है इसकी आवश्यकता
दौड़ या हो पर्वत हो चढ़ना

चौबीस घंटे वक्त बताने का करती है श्रम
याद दिलाती है करना परिश्रम

समय है भोजन तो ये है एक पत्र
उपयोग करते सभी छात्र !

Language: Hindi
1 Like · 311 Views

You may also like these posts

कर्म चरित्र वर्णन
कर्म चरित्र वर्णन
Nitin Kulkarni
मन मंथन पर सुन सखे,जोर चले कब कोय
मन मंथन पर सुन सखे,जोर चले कब कोय
Dr Archana Gupta
*जुदाई न मिले किसी को*
*जुदाई न मिले किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
Ravi Prakash
घर की कैद
घर की कैद
Minal Aggarwal
4508.*पूर्णिका*
4508.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुस्कुराहट के ज़ख्म
मुस्कुराहट के ज़ख्म
Dr fauzia Naseem shad
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एक कुंडलिया
एक कुंडलिया
SHAMA PARVEEN
राम नाम की प्रीत में, राम नाम जो गाए।
राम नाम की प्रीत में, राम नाम जो गाए।
manjula chauhan
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राकेश चौरसिया
अंदाज़े बयां
अंदाज़े बयां
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बात जाति की हैं
बात जाति की हैं
रवि कुमार सैनी 'यावि'
मुझसे मिलने में तुम्हें,
मुझसे मिलने में तुम्हें,
Dr. Man Mohan Krishna
मायड़ भासा री मानता
मायड़ भासा री मानता
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
यमराज का श्राप
यमराज का श्राप
Sudhir srivastava
'सत्य मौन भी होता है '
'सत्य मौन भी होता है '
Ritu Asooja
"नेशनल कैरेक्टर"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रियजन
प्रियजन
Dr MusafiR BaithA
मैं उड़ना चाहती हूं।
मैं उड़ना चाहती हूं।
Kanchan Alok Malu
* प्यार का जश्न *
* प्यार का जश्न *
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दिल से पूछो
दिल से पूछो
Surinder blackpen
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
Yogendra Chaturwedi
आम
आम
अनिल कुमार निश्छल
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मसला ये नहीं कि लोग परवाह क्यों नहीं करते,
मसला ये नहीं कि लोग परवाह क्यों नहीं करते,
पूर्वार्थ
ज़ख़्म मेरा, लो उभरने लगा है...
ज़ख़्म मेरा, लो उभरने लगा है...
sushil yadav
रंग कैसे कैसे
रंग कैसे कैसे
Preeti Sharma Aseem
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
Loading...