Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2020 · 1 min read

गज़ल – इंसान की फितरत

हिंदी विकास मंच
बोकारो,धनबाद,भारत

पहली बार गजल लिखने का प्रयास किया है
????????

चेहरे पर चेहरा लगा लेते हैं लोग
अपना बना के दगा देते हैं लोग

सच और झूठ की पहचान है मुश्किल क्यों की
हकीकत को छुपा देते हैं लोग

जिनके दामन से फूल उठाते हैं
सुनकर उनको ही कांटा चुभा देते हैं लोग

प्यार की बस्ती बसाएगा कैसे
कोई घर घर में आग लगा देते हैं लोग

मुद्दत की दोस्तों पल भर में मेहंदी की धोकर
दिल से भी कैसे भुला देते हैं लोग

जिस आशिक ने कभी दिल को नहीं देखा
उस दिल की कसमें खाते हैं लोग

मोहब्बत तो एक डूबता हुआ नाव है
ना जाने फिर क्यों मोहब्बत करते हैं लोग

खुद तो बने होते हैं मोम के
न जाने फिर क्यों सूरज से लड़ते हैं लोग

जो कभी खुद बेवफा थे
न जाने दूसरों से क्यों वफ़ा की उम्मीद करते हैं लोग

आस तो खुद की होती है उसे पाने की
न जाने फिर क्यों प्यार को खुदा मानते हैं लोग

राज वीर शर्मा
संस्थापक सह अध्यक्ष-हिंदी विकास मंच

महेश मेहंदी से प्रेरित होकर

4 Likes · 6 Comments · 606 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रोज़ दरवाज़े खटखटाती है मेरी तन्हाइयां,
रोज़ दरवाज़े खटखटाती है मेरी तन्हाइयां,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वरना बे'आब
वरना बे'आब
Dr fauzia Naseem shad
आत्मज्ञान
आत्मज्ञान
Shyam Sundar Subramanian
Narakasur Goa
Narakasur Goa
Sonam Puneet Dubey
■ एक वीडियो के साथ तमाम लिंक।
■ एक वीडियो के साथ तमाम लिंक।
*प्रणय*
तेरी खुशियों में शरीक
तेरी खुशियों में शरीक
Chitra Bisht
हमदम का साथ💕🤝
हमदम का साथ💕🤝
डॉ० रोहित कौशिक
तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
सत्य कुमार प्रेमी
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
*सपोर्ट*
*सपोर्ट*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
ruby kumari
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
मोलभाव
मोलभाव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
gurudeenverma198
बुंदेली दोहा - किरा (कीड़ा लगा हुआ खराब)
बुंदेली दोहा - किरा (कीड़ा लगा हुआ खराब)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Interest
Interest
Bidyadhar Mantry
" सैलाब "
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
बिछ गई चौसर चौबीस की,सज गई मैदान-ए-जंग
बिछ गई चौसर चौबीस की,सज गई मैदान-ए-जंग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
युगों-युगों तक
युगों-युगों तक
Harminder Kaur
महाकाल
महाकाल
Dr.Pratibha Prakash
रेत और रेगिस्तान के अर्थ होते हैं।
रेत और रेगिस्तान के अर्थ होते हैं।
Neeraj Agarwal
आभासी संसार का,
आभासी संसार का,
sushil sarna
रिश्ते
रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
करबो हरियर भुंईया
करबो हरियर भुंईया
Mahetaru madhukar
विनती
विनती
Kanchan Khanna
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
शेखर सिंह
एक दिवाली ऐसी भी।
एक दिवाली ऐसी भी।
Manisha Manjari
औरों के लिए जो कोई बढ़ता है,
औरों के लिए जो कोई बढ़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...