गज़ब हो गया
अश्क उनका बहाना गजब हो गया
दर्द दिल का बताना गजब हो गया
प्यार मे चोट खाई बहुत आपने
चोट खा मुस्कुराना गजब हो गया
ख्बाव मे पास आते नही जो कभी
आज उनका बुलाना गजब हो गया
गीत ये प्यार के थे तो बेहद हसीं
आपका गुनगुनाना गजब हो गया
खो गई थी खुशी आपके बिन कहीं
यूँ निगाहे मिलाना गजब हो गया
सुन रहे थे सभी दास्तां प्यार की
दर्द दिल का सुनाना गजब हो गया
है लवों पे थिरकती हँसी इस कदर
आज हँसना हँसाना गजब हो गया
आपके बिन बहारें रही गमजदॉ
आप का पास आना गज़ब हो गया
जिंदगी की डगर थी तो मुश्किल बहुत
साथ चलना चलाना गजब हो गया
था भरोसा बहुत आपके प्यार पर
आपका छोड़ जाना गजब हो गया
चैन आता हमें आपको देख कर
आपका पर सताना गजब हो गया
लाड़ से थी पली जो महल मे कभी
धूप मे तन जलाना गजब हो गया
चाहते थे भुलाना जफ़ा आपकी
याद मे दिल जलाना गजब हो गया
जिंदगी प्यार तकरार का मेल है
रूठना औ मनाना गजब हो गया
था अंधेरा घना बज्म मे जब शरद
उनका महफिल मे आना ग़जब हो गया
©
शरद कश्यप