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20 Aug 2021 · 1 min read

गौर वर्ण झाईं पड़त

गौर वर्ण झाईं पड़त , हरित श्याम होइ ।
एक दूसरे में समा , सुध-बुध दोनो खोइ ।।

सुनि मुरलि की मधुर तान , राधे दोड़ी आय
बिसराय बैठि अपुन को , दूजा कैसे भाय

ज्ञान उपदेश न भाये, कृष्ण प्रीति में डूब
तान मधुर सुन कर , दूर हो गई ऊब

Language: Hindi
78 Likes · 1 Comment · 575 Views
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