Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2022 · 1 min read

गोविन्द गोपाल एक तेरा ही सहारा है – भजन

गोविन्द गोपाल एक तेरा ही सहारा है
मेरे जीवन पर अधिकार तुम्हारा है

तुम जो कहो तो मैं खुद को , तुम पर निसार दूं
अपने जीवन को प्रभु , तुम पर वार दूं

हे करुणा के सागर , हे जगत के पालनहार
तेरी कृपा जो हो प्रभु , मैं खुद को संवार लूं

मेरे प्राणनाथ प्रभु , मेरे जीवन के रक्षक
तेरे चरणों में आकर , खुद को निखार लूं

हे मेरे महान प्रभु , हे दया के सागर
तेरी सेवा में प्रभु , जीवन बिसार दूं

मालिक हो तुम प्रभु जी, मेरी सरकार हो
तेरे चरणों में मालिक , जीवन गुजार दूं

पाकर तुझे मैं प्रभु जी, हर्षित मन लिए ‘
हे कृपा के सागर , भक्ति का प्रसाद लूं

गोविन्द गोपाल एक तेरा ही सहारा है
मेरे जीवन पर अधिकार तुम्हारा है

तुम जो कहो तो मैं खुद को , तुम पर निसार दूं
अपने जीवन को प्रभु , तुम पर वार दूं

1 Like · 167 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
manjula chauhan
कोई ग़लती करे या सही...
कोई ग़लती करे या सही...
Ajit Kumar "Karn"
याद - दीपक नीलपदम्
याद - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ऐसी थी बेख़्याली
ऐसी थी बेख़्याली
Dr fauzia Naseem shad
लिखने मात्र से 'इंडिया' नहीं बन सकता 'भारत' कहने से नहीं, अपनाने से होगी हिंदी की सार्थकता
लिखने मात्र से 'इंडिया' नहीं बन सकता 'भारत' कहने से नहीं, अपनाने से होगी हिंदी की सार्थकता
सुशील कुमार 'नवीन'
4568.*पूर्णिका*
4568.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
शेखर सिंह
जीवन के अध्याय
जीवन के अध्याय
Rambali Mishra
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
Shashi kala vyas
ॐ নমঃ শিবায়
ॐ নমঃ শিবায়
Arghyadeep Chakraborty
शीर्षक -तुम ही खेवनहार
शीर्षक -तुम ही खेवनहार
Sushma Singh
रुतबा तेरा आदमी
रुतबा तेरा आदमी
RAMESH SHARMA
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
प्रकृति
प्रकृति
MUSKAAN YADAV
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
पं अंजू पांडेय अश्रु
बुंदेली चौकड़िया-पानी
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यहाँ गर्भ जनता है धर्म
यहाँ गर्भ जनता है धर्म
Arun Prasad
ज़रा ज़रा सा मैं तो तेरा होने लगा हूं।
ज़रा ज़रा सा मैं तो तेरा होने लगा हूं।
Rj Anand Prajapati
बुनकर...
बुनकर...
Vivek Pandey
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
आंखे
आंखे
Ritu Asooja
■अतीत का आईना■
■अतीत का आईना■
*प्रणय*
हमें सुहाता जाड़ा
हमें सुहाता जाड़ा
श्रीकृष्ण शुक्ल
"गुलजार"
Dr. Kishan tandon kranti
चेहरे की तलाश
चेहरे की तलाश
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
- हम खुद को संभाल लेंगे -
- हम खुद को संभाल लेंगे -
bharat gehlot
Loading...