गोवर्धन कैसे करें
गोवर्धन कैसे करें, गोबरधन के राज ।
ढपली शिव की बाजती, अरु बेढंगे साज़ ।।
अरु बेढंगे साज़, काज सब पड़े अधूरे ।
कंसन के सिर ताज़, स्वप्न कब होंगे पूरे ।।
कह दीपक कविराय, हाय इच्छा का मर्दन ।
बिना कृष्ण के हाय ! नहीं संभव गोवर्धन ।।