गोल दुनिया
ये दुनिया का भूगोल है,
धरती हमारी गोल है,
अर्थशास्त्र पर दुनिया है,
दौलत ही हमारी मुनिया है,
राजनीति एक स्रोत है,
व्यवस्था में झोल है,
इतिहास भी क्या, गजब ढाया है,
राजनीति इतिहास की ही काया है,
ये भारत है मेरी जान,
यहाँ हर चीज़ की अलग माया है।
खुशबू कुमारी