Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2024 · 1 min read

*गॉंधी जी सत्याग्रही, ताकत में बेजोड़ (कुंडलिया)*

गॉंधी जी सत्याग्रही, ताकत में बेजोड़ (कुंडलिया)
_________________________
गॉंधी जी सत्याग्रही, ताकत में बेजोड़
अंग्रेजों से युद्ध को, दिया अनूठा मोड़
दिया अनूठा मोड़, शस्त्र ले चरखा आए
कात-कात कर सूत, सभी अंग्रेज भगाए
कहते रवि कविराय, अहिंसक थी यह ऑंधी
पहने खादी-वस्त्र, बने लाखों जन गॉंधी

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

13 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
वीर तुम बढ़े चलो...
वीर तुम बढ़े चलो...
आर एस आघात
मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
🌹खूबसूरती महज....
🌹खूबसूरती महज....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
■ आज का महाज्ञान 😊
■ आज का महाज्ञान 😊
*प्रणय प्रभात*
बदल चुका क्या समय का लय?
बदल चुका क्या समय का लय?
Buddha Prakash
बेरोजगारी की महामारी
बेरोजगारी की महामारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
निर्मल निर्मला
निर्मल निर्मला
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बरगद और बुजुर्ग
बरगद और बुजुर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
3030.*पूर्णिका*
3030.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शायरी - संदीप ठाकुर
शायरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
"पत्नी और माशूका"
Dr. Kishan tandon kranti
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
The_dk_poetry
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
Manju sagar
मान तुम प्रतिमान तुम
मान तुम प्रतिमान तुम
Suryakant Dwivedi
कुछ लोगों के बाप,
कुछ लोगों के बाप,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रकट भये दीन दयाला
प्रकट भये दीन दयाला
Bodhisatva kastooriya
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
हरवंश हृदय
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तुम आंखें बंद कर लेना....!
तुम आंखें बंद कर लेना....!
VEDANTA PATEL
* विजयदशमी मनाएं हम *
* विजयदशमी मनाएं हम *
surenderpal vaidya
Science teacher's Umbrella
Science teacher's Umbrella
Mr. Bindesh Jha
जैसा सोचा था वैसे ही मिला मुझे मे बेहतर की तलाश मे था और मुझ
जैसा सोचा था वैसे ही मिला मुझे मे बेहतर की तलाश मे था और मुझ
Ranjeet kumar patre
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
जीवन यात्रा
जीवन यात्रा
विजय कुमार अग्रवाल
Learn to recognize a false alarm
Learn to recognize a false alarm
पूर्वार्थ
.....
.....
शेखर सिंह
🌹जादू उसकी नजरों का🌹
🌹जादू उसकी नजरों का🌹
SPK Sachin Lodhi
Loading...