‘खुद किस्मत देखो’ (दोहा.)
‘खुद किस्मत देखो’
खुद को पूरा छुपाते, पर निज किस्मत देखो।
‘भारत की संस्कृति’ से , सदा जीना सीखो।।
स्वरचित सह मौलिक;
…..✍️पंकज कर्ण
‘खुद किस्मत देखो’
खुद को पूरा छुपाते, पर निज किस्मत देखो।
‘भारत की संस्कृति’ से , सदा जीना सीखो।।
स्वरचित सह मौलिक;
…..✍️पंकज कर्ण