गैंगवार में हो गया, टिल्लू जी का खेल
गैंगवार में हो गया, टिल्लू जी का खेल
अब अपराधी के लिए, सुरक्षित नहीं जेल
सुरक्षित नहीं जेल, पूर्व में पलटी गाड़ी
अतीक-अशरफ़ बाद, सफ़ाई नियमित जारी
महावीर कविराय, चढ़े माफ़िया धार में
चूहा-बिल्ली खेल, बना अब गैंगवार में
—महावीर उत्तरांचली