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28 Jun 2022 · 1 min read

गुुल हो गुलशन हो

गुल हो कि गुलशन हो या गुलजार हो तुम
महकती फिज़ाँ जिंदगी की बहार हो तुम
गुल हो गुलशन हो………
ख्वाबों खयालों में ढूंडता रहा मैं जिसको
मेरे दिल की धड़कन में बसा प्यार हो तुम
गुल हो गुलशन हो……….
जिंदगी खुशनुमा है रहे अगर ये साथ तेरा
मेरी सांसों की वीणा का एक तार हो तुम
गुल हो गुलशन हो………..
बही जा रही है जिंदगी वक्त के दरिया में
मेरी लड़खड़ाती नॉव की पतवार हो तुम
गुल हो गुलशन हो…………
“विनोद”साथ देना मेरा जिंदगी में हरदम
मेरी दूनिया मेरा जहाँ मेरा संसार हो तुम
गुल हो गुलशन हो………….

1 Like · 213 Views
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