गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
हम जिक्र तेरा मेरे हमदम सुबह शाम तेरा करते हैं।
लोग कहते हैं मेरी इस फितरत को काफिर उस दम।
जब अदब से हम तेरा ही नाम लिया करते हैं ।।
Phool gufran
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
हम जिक्र तेरा मेरे हमदम सुबह शाम तेरा करते हैं।
लोग कहते हैं मेरी इस फितरत को काफिर उस दम।
जब अदब से हम तेरा ही नाम लिया करते हैं ।।
Phool gufran