गुलिस्तां हमारा है
*****गुलिस्तां हमारा है*****
रंग बिरंगे प्यार की झांकी
त्रिरंगो में चक्र है झांका
शोभित जिसका सिस हिमालय
आनन कानन सब है महका
कण से कण से बच्चे बोल उठे
ये प्यारा ये प्यारा ….
गुलिस्तां हमारा है……
दक्षिण से उत्तर की शोभा
कन्याकुमारी कश्मीर है आभा
कच्छ के रण से शुरू हुई है
शोभा अनन्त है गाथा
यहां वेशभूषा अलग-अलग है
ये ही हमारी हिम्मत बनी है
कण-कण से बच्चे बोल उठे
ये प्यारा ये प्यारा …..
गुलिस्तां हमारा है…..
एक तरफ सुभाष है बाबू
एक तरफ सरदार खड़े हैं
बजा था डंका दीपू दादा का
दक्षिण में कलाम खड़े हैं
सबको लेकर चलने वाले
भीम गांधी नेहरू अड़े हैं
कण-कण से बच्चे बोल उठे
ये प्यारा ये प्यारा…..
गुलिस्तां हमारा है….
दे दी पछाड़ हमने सबको
स्वप्न आजादी पा ली है
चहुंओर खुशहाली भारत मां
रग रग से मां सपूत लगे हैं
कण-कण से बच्चे बोल उठे
ये प्यारा ये प्यारा ……
गुलिस्तां हमारा है……
सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा