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14 Aug 2021 · 1 min read

गुलाबी होठ

गुलाबी तुम्हारे होठ खुलते कब
लेते रहते मेरा ही नाम जाने कब

सच मानो तो पावन कर देते मन
मेरे होने की वजह तुम ही हो अब
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़ , हरियाणा

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 511 Views
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