Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2021 · 1 min read

गुलदस्ता बना लिया

शब्दो को जोड़कर एक गुलदस्ता बना लिया
गम और ख़ुशीयो को किताब में सजा लिया
मैं प्रेमयाद कुमार नवीन आप का दोस्त और
होस्ट आप तक पहुँचने का रस्ता बना लिया

©® premyad kumar naveen
Dist. Mahasamund (C.G)

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 483 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
57...Mut  qaarib musamman mahzuuf
57...Mut qaarib musamman mahzuuf
sushil yadav
‘ विरोधरस ‘---3. || विरोध-रस के आलंबन विभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---3. || विरोध-रस के आलंबन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
**जिंदगी की ना टूटे लड़ी**
**जिंदगी की ना टूटे लड़ी**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
श्रमिक  दिवस
श्रमिक दिवस
Satish Srijan
🙅बेमेल जोड़ी🙅
🙅बेमेल जोड़ी🙅
*प्रणय प्रभात*
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"मेरी आवाज सुनो"
Dr. Kishan tandon kranti
तन्हाई
तन्हाई
Surinder blackpen
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
To my old self,
To my old self,
पूर्वार्थ
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
Vijay Nagar
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
VINOD CHAUHAN
संकल्प
संकल्प
Bodhisatva kastooriya
आम की गुठली
आम की गुठली
Seema gupta,Alwar
अगले बरस जल्दी आना
अगले बरस जल्दी आना
Kavita Chouhan
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
Ranjeet kumar patre
4049.💐 *पूर्णिका* 💐
4049.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
राख देख  शमशान  में, मनवा  करे सवाल।
राख देख शमशान में, मनवा करे सवाल।
गुमनाम 'बाबा'
वीरांगनाएँ
वीरांगनाएँ
Dr.Pratibha Prakash
पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम
पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम "नवल" हरदम ।
शेखर सिंह
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
Madhuyanka Raj
दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे।
दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे।
आर.एस. 'प्रीतम'
माँ : तेरी आंचल में.....!
माँ : तेरी आंचल में.....!
VEDANTA PATEL
बुंदेली दोहा
बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*🌸बाजार *🌸
*🌸बाजार *🌸
Mahima shukla
Loading...