गुरू जगत का आधार
गुरू जगत का आधार गुरू की महिमा सबसे महान
ईश से बढ गुरू सन्मार्ग पर ला करे उत्थान
प्रकाशित करे दीप ज्यों जग गुरू जीवन को
ज्ञान की ज्योति जगा उज्जवल करे भविष्य
हीरे सम तराश कर श्रेष्ठ जीवन निर्माण कर दे
ज्ञान की गंगा बहाकर भवसागर से पार लगा दे
ज्ञान का सागर गुरू है अतुल गहरा
जो इस सागर में खोया बन मोती निखरा
नीति अनीति भेद बता परम सत्य पाठ पढ़ा दे
वही सफल गुरू कहाये जीवन नैय्या पार लगा दे
गुरू को शत् शत् नमन गुरु चरणों में जीवन अर्पण
कठिन पथ बना दे सुगम अपना सर्वस्व करे समर्पण
रवि सम जग उजागर करें अम्बर सा विस्तृत
नैतिकता का पाठ पढ़ा मार्ग करें प्रशस्त
सही दिशा निर्देश दे सजग बना दे परिवेश
शिष्य जीवन निर्माता गुरू का स्थान विशेष