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9 Dec 2024 · 1 min read

गुरूर में इंसान को कभी इंसान नहीं दिखता

गुरूर में इंसान को कभी इंसान नहीं दिखता
जैसे अपने घर की छत पर चढ़ जाओ तो
अपना मकान नहीं दिखता।।

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