गुरु
जीवन में हरियाली लाते ,गुरु होते वो माली हैं
गुरु ही सुख के बादल बनकर, बरसाते खुशहाली हैं
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे,गुरु देते आशीष हमें
कृपादृष्टि इनकी ही पाकर, मिल जाते जगदीश हमें
खोल सफलता के दें ताले, गुरु होते वो ताली हैं
जीवन में हरियाली लाते, गुरु होते वो माली हैं
उलझन कैसी भी हो गुरुवर, चुटकी में सुलझाते हैं
अगर भटकते कदम कभी तो, गुरु ही राह दिखाते हैं
अपने बच्चों के जैसे ही, गुरु करते रखवाली हैं
जीवन में हरियाली लाते, गुरु होते वो माली हैं
दीप जलाकर अंतर्मन में, अंधकार मन का हरते
गुरु ही जीवन में खुशियों के, रंग बिरंगे रँग भरते
गुरू कृपा से भरी झोलियाँ कभी न होती खाली हैं
जीवन में हरियाली लाते, गुरु होते वो माली हैं
डॉ अर्चना गुप्ता
21.07.2024