गुरु
9 हिंदी दोहा बिषय- गुरु
गुरु की जो सेवा करे,
मिले उसे सम्मान।
गुरु के ही आशीष से,
बनता शिष्य महान।।
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गुरु सदैव ही बांटता,
निज सुगंध ज्यों फूल।
उनके ही सद्ज्ञान से,
मिट जिते जग-शूल।।
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खुशयाली आती रहे,
करो ईश का ध्यान।।
तन,मन से होगें सुखी,
होगा जन कल्यान।।
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शिक्षक सदैव बांटता,
निज सुगंध ज्यों फूल।
उनके ही सद्ज्ञान से,
मिट जाते जग-शूल।।
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राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
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