गुरु ही साक्षात ईश्वर
#गुरु ही साक्षात ईश्वर
मेरी प्रेरणा गुरु ही साक्षात ईश्वर है।
शिक्षक हैं मेरा सबसे बड़ा गुरु।।
सारे जगत का ज्ञान मुझे मिला।
जीससे हुआ मेरा जीवन शुरू ।।
पढकर याद करु शब्द रत्नों को भला।
गुरु आशिर्वाद से दुनिया की बात करुं।।
पेड़ पौधे नदी सागर हुआ प्रकृति नजारा भला ।
सारे सृष्टि के गुलशन में तेरे रंग भरुं।।
अपरिचित थी भूतपूर्व ज्ञान लीला।
दुनिया के सारे विज्ञानियों से हुआ रुबरु।।
पाकर गुरु ज्ञान दिल को हर्ष मिला।
सारे कवि लेखक जानकर जीवन सँवारुं।।
आजकल किताबें किताबों को बोल रही।
अपना ज्ञान बांटने वाले सर्वश्रेष्ठ गुरु।।
मोबाइल से पढकर दूर कर रहे गुरु।
डिजीटल मौजी युग का उद्धार कैसे करुं।।
मेरी प्रेरणा जीने की कला।
शिक्षक हैं मेरा सबसे बड़ा गुरु।।
सारे जगत का ज्ञान मुझे मिला।
जिससे हुआ मेरा जीवन शुरू ।।
स्वरचित मौलिक अप्रकाशित
– कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.