गुरु सरिता शिक्षक दिवस पर उद्धरण
गुरु सरिता
उद्धरण
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*कनक, कुटुज, किंजल, कचनार
शिक्षक है वो वृक्ष महान
देते छत्र, छाया सम ज्ञान अपार
करते भविष्य का नव निर्माण
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*शीतल, अविरल, निर्मल, निर्झर
ज्ञान की सरित, हिमशिख, सहोदर
गुरु की महिमा अपरम पार
मूढ़, मूर्ख सब बने विद्वान
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*गुरु प्रेरणा, ज्ञान का स्त्रोत
नीली–नीलिमा, अनंत प्रमोद
नखशिख तक भरता प्रकाश
मिलता जीवन में यश और मान
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*ज्ञान की ज्योति का मूल आधार
शिक्षक सर्वप्रथम भगवान
पूजे जो पावे ज्ञान भण्डार
मिलता सर्वत्र यश और मान
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
डॉ नीरू मोहन
भाषाविद, शिक्षाविद, स्वतंत्र लेखिका