गुरुवर तोरे चरणों में,
गुरुवर तोरे चरणों में,
नमन करूँ चित लाय।
जिनके स्मरण मात्र से,
अवगुण हिय न समाय।।
रचनाकार – कंचन खन्ना, मुरादाबाद।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक – ०३/०७/२०२३.
गुरुवर तोरे चरणों में,
नमन करूँ चित लाय।
जिनके स्मरण मात्र से,
अवगुण हिय न समाय।।
रचनाकार – कंचन खन्ना, मुरादाबाद।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक – ०३/०७/२०२३.