गुप्त मतदान
संविदा एक न्याय ग्रंथ, सब करो तां सम्मान,
अधिकार कर्तव्य रक्षा करे,तुरंत लेता संज्ञान.
तुरंत लेता संज्ञान, प्रशासन करे जनता रेकी
कार्यपालिका न्यायपालिका और विधायकी.
कह महेन्द्र कविराय,लोकतंत्र अनोखी देखी.
त्याग छल कपट सब,वोट की चोट हो चौखी.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस