*हमारा विनाश कव शुरू हुआ था?* 👉🏻
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
दोहे- चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जंगल गए थे हमको वहां लकड़ियां मिली
होली आ रही है रंगों से नहीं
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
I've washed my hands of you
मानव तन
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
दो ग़ज़ जमीं अपने वास्ते तलाश रहा हूँ
"" *तथता* "" ( महात्मा बुद्ध )
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
Ghazal
shahab uddin shah kannauji