गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
ज़ख्म जो दिल पर लगे उनकी तु परवाह न कर।।
बड़ी मुश्किल से मैंने पाई है मंज़िल “कश्यप “।
नाम लेकर किसी का फिर मुझे गुमराह न कर।।
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
ज़ख्म जो दिल पर लगे उनकी तु परवाह न कर।।
बड़ी मुश्किल से मैंने पाई है मंज़िल “कश्यप “।
नाम लेकर किसी का फिर मुझे गुमराह न कर।।