गुजर गया ये तबाही का साल…
गुजर गया ये तबाही का साल,
कर गया घर सूना किसी का खुशहाल,
जो सोचा ना था वो हुआ हरहाल,
तू रख हौसला समय फिर से बदलेगा चाल,
खोया हुआ तो दूना लौट कर आएगा,
वो खुदा है जरा भरोसा तो पाल।
कुमार दीपक “मणि”
गुजर गया ये तबाही का साल,
कर गया घर सूना किसी का खुशहाल,
जो सोचा ना था वो हुआ हरहाल,
तू रख हौसला समय फिर से बदलेगा चाल,
खोया हुआ तो दूना लौट कर आएगा,
वो खुदा है जरा भरोसा तो पाल।
कुमार दीपक “मणि”