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10 Sep 2024 · 1 min read

गीत ____ मां के लिए

गीत ____ मां के लिए 😥,,,,,
दिनांक _ 10/09/2024,,,,
बह्र….122 122 122 122
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
😥
बरसती उसी पल , ये आँखें हमारी ,
जो आ जाये तन्हा सी यादें तुम्हारी।
😥
निगाहों में घूमे वो बचपन का मंज़र,
दिखे ही नहीं फिर किसी का मुकद्दर ,
न पूछा कभी भी ,धरम जाति घर घर ,

सभी बेटियां थी मुहब्बत की मारी,
जो आ जाये तन्हा सी यादें तुम्हारी।
😥
कहीं पर भी तकलीफ़ देखो अगर तुम,
तो सब छोड़ कर दौड़ जाओ वहीं तुम,
बिना मां के बच्चे , लगाओ गले तुम ,

करो खूब सेवा , ये फितरत है प्यारी ,
जो आ जाये तन्हा सी यादें तुम्हारी ।
😥
न नफ़रत थी बोई , न दुश्मन बनाया ,
मिला जो भी दिल से गले से लगाया ,
कोई फ़र्क तुमने , न हमको सिखाया ,

खुशी बांट कर, ज़िंदगी थी गुज़ारी ,
जो आ जाये तन्हा सी यादें तुम्हारी ।

✍️नील रूहानी ,,,, 10/09/2024,,,
( नीलोफर खान )

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