गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
नमन, आदाब, सत श्री अकाल,Good Morning दोस्तों 🙏
दिनांक _ 17/09/2024,,,
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#गीत ,,,
क्यों करते हो झगड़ा बोलो ,
इतना तो बतलाओ तुम ,
क्या इसमें सुख मिलता तुमको ,
इतना तो बतलाओ तुम,,,!
जाति धरम की धार पे झगड़ो ,
गुरबत के आधार पे झगड़ो ,
और नहीं तो प्यार पे झगड़ो ,
उल्फ़त के बाज़ार पे झगड़ो ,
क्या शोभा देता ये तुमको ,
इतना तो बतलाओ तुम,,,!
क्या तुमको आभास नहीं है ,
ममता मां की पास नहीं है ,
शिक्षा का अभ्यास नहीं है ,
दिल भी तेरा दास नहीं है ,
क्या नफ़रत दिल में पलती है,
इतना तो बतलाओ तुम,,,!
आँधी आई बाज़ारों में ,
नफ़रत फैली परिवारों में ,
फ़र्क हुआ है अब कारों में ,
चांद से दिखते तुम तारों में ,
क्यों सब अपनी धुन में भटको ,
इतना तो बतलाओ तुम,,,!
✍️नील रूहानी,,, 17/09/2024,,,,
( नीलोफर खान)