गीत
——-गीत——
साजना ओ मेरे साजना
साजना०—
1-
मन्दिर में बिठा मन के तेरी पूजा करूँगी
झिलमिल दिये की लौ में तुम्हें देखा करूँगी
साजना ओ मेरे साजना०—-
2-
तुमको बना के ख़्वाब मैं पलकों में छुपा लूँ
तुम इतने रहो पास कि धड़कन में बसा लूँ
साजना ओ मेरे साजना ०—
3-
दीपक हो मेरे चाँद सितारे भी तुम्ही हो
तुम शाम सुहानी हो नज़ारे भी तुम्ही हो
साजनाओ मेरे ०——
4-
इस मन के अँधेरे के उजाले हो सजन तुम
“प्रीतम”मुझे छू लेते हो बन कर के पवन तुम
साजना साजना ओ मेरे साजना
साजना०—-
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)
27/12/2018