गीत
ज्योतिपर्व मनाओ ज्योति पर्व मनाओ।
दीन दुखी हर मानव को गले लगाओ।।
सद्भावना और भाईचारे का दीप जलाओ।
आस्था और विश्वास से लक्ष्मी को मनाओ।।
प्रेम और श्रद्धा से दीपमालिका सजाओ।
अमावस की ये रात रोशन सभी बनाओ।।
मन से ईर्ष्या, नफरत की दीवार गिराओ।
प्रीत के आशियाने को मिलकर सजाओ।।
अपनत्व के भावों से रोशनी पर्व मनाओ।
परहित के कामों में जीवन सर्वस्व लगाओ।।
स्वच्छ रहे गली मोहल्ला स्वच्छता दीप लगाओ।
इस दीपावली कर संकल्प खुशी के गीत गाओ।।
कवि राजेश पुरोहित