गीत
आरे आरे।
सुन, कहीं मत जाइयो दिलबर,
मेरा दिल पुकारे आरे आरे।
सुनो, नहीं सुनता दिल ये किसी की,
अब तू ही समझा रे आरे आरे।
वक्त थाम कर तुमको निहारूं,
आ बदलें मिलके,वक्त के धारे आरे आरे।
कल कल दरिया इश्क का बहता,
आ बैठजा संग मेरे, दरिया किनारे आरे आरे।
तेरा मन दर्पण मैं देख सजूं संवरू,
आ लगादे माथे,इक बिंदिया रे,आरे आरे।
रात सी काली, जुल्फें रेशमी,
आकर भरदे तू, चांद सितारे,आरे आरे।
नीलम शर्मा