गीत
??बाल गीत -तितली??
तितली रानी बड़ी सयानी
करती फूलों का रसपान तितली रानी।
इधर बैठती उधर बैठती
घूम-घूम बैठे हर डाली
पेड़ो के फूलों से,सारा रस पी जाती।
रंग बिरंगे पंखो वाली
बैठे हर फूलों की डाली
बच्चे भागें उसे पकड़ने को
हाथ किसी के ना आना उसको।
रंग बिरंगे पंख सजीले
लाल,गुलाबी, नीले,पीले।
सुंदर-सुंदर पंख तुम्हारे
प्यारे न्यारे से लगते
हाथ लगाने को बच्चे
बहुत-बहुत है डरते।
तितली रानी ——-
स्वरचित
सुषमा सिंह “उर्मि,,