Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2017 · 1 min read

–हमनें रिस्ता जोड़ लिया–

हमने रिश्ता जोड़ लिया,तेरी सीरत देख के।
देखो खफ़ा न होना तुम,मेरी सीरत देख के।।

दिल में उठे सवाल कहीं,ख़ंजर-से न चुभ जाएं।
राज छिपाना छोड़ दिया,तेरी सीरत देख के।।

दिल की ये हसरतें कहना,कोई ग़ुनाह तो नहीं।
वफ़ा-ए-पर्दा खोल दिया,तेरी सीरत देख के।।

हम दिल के थे नरम बहुत,चाहे ऊपर से ग़रम।
ग़र्मी खाना छोड़ दिया,तेरी सीरत देख के।।

तन्हा रहना ख़लता है,साथ तुम्हारा चाहिए।
आहें भरना छोड़ दिया,तेरी सीरत देख के।।
……..राधेयश्याम बंगालिया “प्रीतम”

Language: Hindi
Tag: गीत
209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
कवि रमेशराज
सबने पूछा, खुश रहने के लिए क्या है आपकी राय?
सबने पूछा, खुश रहने के लिए क्या है आपकी राय?
Kanchan Alok Malu
भाई
भाई
Kanchan verma
अब छोड़ दिया है हमने तो
अब छोड़ दिया है हमने तो
gurudeenverma198
खाओ भल्ला या बड़ा ,होता दही कमाल(कुंडलिया)
खाओ भल्ला या बड़ा ,होता दही कमाल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
बातों - बातों में छिड़ी,
बातों - बातों में छिड़ी,
sushil sarna
मेरी हर इक ग़ज़ल तेरे नाम है कान्हा!
मेरी हर इक ग़ज़ल तेरे नाम है कान्हा!
Neelam Sharma
हिंदी दिवस पर हर बोली भाषा को मेरा नमस्कार
हिंदी दिवस पर हर बोली भाषा को मेरा नमस्कार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आया नववर्ष
आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
शेखर सिंह
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
अनिल कुमार
मोहे हिंदी भाये
मोहे हिंदी भाये
Satish Srijan
सुप्रभात
सुप्रभात
Arun B Jain
"विचारणीय"
Dr. Kishan tandon kranti
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
💐प्रेम कौतुक-262💐
💐प्रेम कौतुक-262💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मन करता है अभी भी तेरे से मिलने का
मन करता है अभी भी तेरे से मिलने का
Ram Krishan Rastogi
शहर में नकाबधारी
शहर में नकाबधारी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
Rj Anand Prajapati
जिनकी खातिर ठगा और को,
जिनकी खातिर ठगा और को,
डॉ.सीमा अग्रवाल
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
पूर्वार्थ
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
Taj Mohammad
भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
Surinder blackpen
मै स्त्री कभी हारी नही
मै स्त्री कभी हारी नही
dr rajmati Surana
किसी भी चीज़ की आशा में गवाँ मत आज को देना
किसी भी चीज़ की आशा में गवाँ मत आज को देना
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...